.1. ओणम का त्योहार क्या है?
ओणम दक्षिण भारत के केरल राज्य का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध त्योहार है। यह मुख्य रूप से फसल (Harvest Festival) के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार राजा महाबली की याद में मनाया जाता है, जिनके समय को स्वर्ण युग माना जाता है।
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2. ओणम कब मनाया जाता है?
ओणम हर साल भाद्रपद मास (अगस्त–सितंबर) में मनाया जाता है।
यह त्योहार कुल 10 दिन चलता है। मुख्य दिन को थिरुवोणम (Thiruvonam) कहते हैं।
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3. ओणम कहां मनाया जाता है?
ओणम मुख्य रूप से केरल राज्य में मनाया जाता है, लेकिन आजकल यह पूरे भारत और विदेशों में बसे मलयाली लोगों द्वारा भी धूमधाम से मनाया जाता है।
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4. ओणम कैसे मनाया जाता है?
पुक्कलम (फूलों की रंगोली): घर के आंगन में सुंदर फूलों से रंगोली बनाई जाती है।
ओणम साद्या (भोज): केले के पत्ते पर 26-30 प्रकार के व्यंजन परोसे जाते हैं।
नृत्य: महिलाएँ “थिरुवाथिराकली” और “कथकली” नृत्य करती हैं।
नौका दौड़ (Vallamkali): लंबी नावों की दौड़ आयोजित होती है।
खेलकूद: पारंपरिक खेल जैसे पुलिकली (बाघ नृत्य), कुश्ती, तीरंदाजी आदि होते हैं।
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5. ओणम क्यों मनाया जाता है?
कहानी के अनुसार, प्राचीन समय में राजा महाबली (बलि) के शासन में केरल में सुख-समृद्धि थी।
भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर महाबली से तीन पग भूमि माँगी और महाबली को पाताल भेज दिया। लेकिन भगवान विष्णु ने उन्हें आशीर्वाद दिया कि वे साल में एक बार अपनी प्रजा से मिलने धरती पर आ सकते हैं।
इसी दिन को लोग ओणम के रूप में मनाते हैं।
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6. ओणम का महत्व क्या है?
यह फसल कटाई का त्योहार है।
यह संपन्नता, भाईचारे और समानता का प्रतीक है।
इस दिन लोग अपने घर को सजाकर और विशेष भोजन बनाकर राजा महाबली का स्वागत करते हैं।
यह त्योहार केरल की संस्कृति और परंपरा को दर्शाता है।
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7. सबसे पहले कहां मनाया जाता है?
सबसे पहले और सबसे ज्यादा केरल में मनाया जाता है।
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8. ओणम पर किसकी पूजा की जाती है?
राजा महाबली का स्वागत और स्मरण किया जाता है।
साथ ही भगवान वामन (विष्णु का पाँचवाँ अवतार) की पूजा की जाती है।
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👉 संक्षेप में:
ओणम एक केरल का प्रमुख फसल त्योहार है, जो राजा महाबली की याद में और भगवान विष्णु के वामन अवतार से जुड़ा है। यह अगस्त–सितंबर में 10 दिनों तक पारंपरिक नृत्य, नौका दौड़, फूलों की सजावट और भोज के साथ मनाया जाता है।