Wednesday, 27 August 2025

मेजर ध्यानचंद & राष्ट्रीय खेल दिवस


मेजर ध्यानचंद (1905 – 1979)

जन्म : 29 अगस्त 1905, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)

असली नाम ध्यान सिंह था, लेकिन उन्हें रात को अभ्यास करने की आदत थी इसलिए लोग उन्हें "चंद" (चाँद) कहने लगे और वे “ध्यानचंद” कहलाए।

उन्हें हॉकी का जादूगर (Wizard of Hockey) कहा जाता है।

वे भारतीय हॉकी टीम के महान खिलाड़ी थे, जिनके खेल कौशल को देखकर विदेशी भी दंग रह जाते थे।


🏑 प्रमुख उपलब्धियाँ

1928 (एम्सटर्डम), 1932 (लॉस एंजेल्स), 1936 (बर्लिन) – लगातार तीन ओलंपिक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने में उनकी प्रमुख भूमिका रही।

400 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय गोल किए।

1936 बर्लिन ओलंपिक में हिटलर ने भी उनके खेल को देखकर उन्हें जर्मन सेना में उच्च पद देने का प्रस्ताव दिया था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया।

भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया।

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🏆 राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day)

तिथि : हर साल 29 अगस्त को मनाया जाता है।

यह दिन मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन की स्मृति में मनाया जाता है।


🎯 महत्व

खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और खेलों का महत्व बताने के लिए मनाया जाता है।

इस दिन राष्ट्रपति भवन में खेल क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाते हैं, जैसे –

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (अब: मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार)

अर्जुन पुरस्कार

द्रोणाचार्य पुरस्कार

ध्यानचंद पुरस्कार


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🌟 सारांश

मेजर ध्यानचंद → हॉकी के जादूगर, 3 ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता।

राष्ट्रीय खेल दिवस → 29 अगस्त को उनके जन्मदिन पर मनाया जाता है।

इस दिन खिलाड़ियों को उच्चतम खेल पुरस्कार दिए जाते हैं और खेलों के महत्व पर बल दिया जाता है।



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गणपति जी


.1. गणेश जी की स्थापना कब होती है?

गणपति जी की स्थापना भाद्रपद मास (भादो माह) के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर होती है। इस दिन को “गणेश चतुर्थी” कहते हैं।

घरों में, मंदिरों में और सार्वजनिक पंडालों में गणेश जी की मूर्ति स्थापित की जाती है।

स्थापना का शुभ समय प्रायः प्रातःकाल या दिन में शुभ मुहूर्त देखकर होता है।


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2. गणेश जी की स्थापना कहां होती है?

घर-घर में लोग मिट्टी या प्रतिमा स्वरूप गणपति लाकर स्थापना करते हैं।

महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, मध्य प्रदेश और उत्तर भारत के कई स्थानों पर सार्वजनिक पंडालों में बड़े-बड़े गणेश उत्सव मनाए जाते हैं।

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3. गणेश स्थापना का महत्व

श्री गणेश को विघ्नहर्ता (सभी बाधाओं को दूर करने वाले) और सिद्धिविनायक (सफलता देने वाले) माना जाता है।

किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा से होती है।

गणेश स्थापना से घर-परिवार में सुख-शांति, समृद्धि और विघ्नों का नाश होता है।

यह पर्व सामूहिक एकता, भक्ति और उत्सव भावना को बढ़ाता है।

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4. गणेश जी का स्वरूप

भगवान गणेश का स्वरूप बहुत ही दिव्य और प्रतीकात्मक है –

हाथी का मुख : बुद्धि, ज्ञान और स्मरण शक्ति का प्रतीक।

बड़ा सिर : बड़ी सोच और विशाल दृष्टिकोण रखने का संदेश।

छोटे नेत्र : गहन चिंतन और एकाग्रता।

बड़ी सूंड : अनुकूलन और विवेक का प्रतीक।

मोटा पेट : धैर्य, सहनशीलता और सभी अच्छी-बुरी बातों को पचाने की शक्ति।

चार भुजाएँ –

एक हाथ में अंकुश (प्रेरणा व नियंत्रण)

एक हाथ में पाश (बंधन तोड़ना)

एक हाथ में मोदक (आनंद और प्रसाद)

चौथा हाथ आशीर्वाद मुद्रा में


उनके वाहन चूहा (मूषक) होता है, जो हमारी इच्छाओं पर नियंत्रण का प्रतीक है।

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5. गणेश विसर्जन कब और क्यों होता है?

गणेश जी की स्थापना के बाद 1 दिन, 3 दिन, 5 दिन, 7 दिन या 11 दिन तक पूजन करके विसर्जन किया जाता है।

सबसे प्रमुख विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है (गणेश चतुर्थी के 11वें दिन)।


विसर्जन का कारण:

मूर्ति स्थापना अस्थायी रूप से भगवान को घर/पंडाल में आमंत्रित करने का प्रतीक है।

विसर्जन यह संदेश देता है कि भगवान हर जगह हैं और हमें उनकी उपस्थिति का अनुभव सदैव करते रहना चाहिए।

यह प्रकृति से जुड़ाव का प्रतीक है – मिट्टी से बनी मूर्ति को वापस जल में मिलाया जाता है ताकि अगली बार फिर उसी मिट्टी से मूर्ति बनाई जा सके।



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👉 संक्षेप में:
                                                             

Tuesday, 12 August 2025

DR. S.R. RANGANATHAN



.                                           THE FATHER OF LIBRARY SCIENCE IN INDIA

INDEPENDENCE DAY




Independence Day is celebrated every year on 15th August in India to commemorate the nation’s freedom from British rule in 1947. It is a day of pride, remembrance, and unity. On this day, the Prime Minister hoists the national flag at the Red Fort in Delhi, followed by the national anthem and inspiring speeches. Across the country, schools, offices, and communities organize cultural programs, patriotic songs, parades, and flag-hoisting ceremonies.

This occasion reminds us of the sacrifices made by countless freedom fighters like Mahatma Gandhi, Subhas Chandra Bose, Bhagat Singh, and many others who dedicated their lives to the cause of liberty. It also inspires citizens to work towards the progress, harmony, and integrity of the nation. Independence Day is not just a celebration of our past, but also a pledge to uphold the values of democracy, equality, and justice for future generations.
         

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